DETAILED NOTES ON KISMAT KA UPAY

Detailed Notes on kismat ka upay

Detailed Notes on kismat ka upay

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ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें.

ऐसा करने से जल्द से जल्द समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है.

घर का मुख्य द्वार हमेशा उत्तर, उत्तर-पूर्व या पश्चिम की ओर होना चाहिए, क्योंकि ये शुभ दिशाएं मानी गई हैं.

हम किसी भी कार्य से घर से बाहर निकलते हैं तो अपने बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद देने का कार्य नहीं करते हैं जबकि बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद पैर छूकर लेने से सभी प्रकार की समस्याएं कम होने लगती हैं यदि अपने माता-पिता दादा-दादी आदि के पैर छूकर हम घर से बाहर निकलते हैं तो हमारे ग्रह हमारे अनुकूल शुभ फल प्राप्त कराते हैं और किसी भी प्रकार के संकट हम पर नहीं आते हैं।

सोई क‍िस्‍मत को जगाना है तो पंछियों को पानी और खाना खिलाना शुरू कर दें

भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें। धर्म ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवताओं का निवास माना गया है। अगर प्रतिदिन गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं।

अनाज के यह चार उपाय आपको अचरज में डाल देंगे...

जानिए राशि अनुसार प्रेमियों का स्वभाव

कर्म और भाग्य यदि समानांतर चलें तो इंसान रंक से राजा भी बन सकता है.

Each and every early morning, be a part of your palms together and chant this mantra. You'll be blessed through the gods and goddesses!

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल

२. इतवार या गुरूवार को चीनी, दूध, चावल और पेठा (कद्दू-पेठा, सब्जी बनाने वाला) अपनी इच्छा अनुसार लें और उसको रोगी के सिर पर से वार कर किसी भी धार्मिक स्थान पर, जहां पर लंगर बनता हो, दान कर दें !

बुध ग्रह को वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहो का राजकुमार माना जाता है और बुध ग्रह के मजबूत होने से यह ग्रह व्यक्ति को चमत्कारी फल देने में विशेष योगदान देता है। ऐसे में ज़रूरी होता है कि बुध ग्रह व्यक्ति की कुंडली में मज़बूत स्थिति में हो अन्यथा जातक को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, चीज़ों more info को समझने में दिक्कतें उठानी पड़ती है, कारोबार में हानि होती है और जीवन में दरिद्रता भी आने लगती है।

बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप विशेष रूप से विष्णु सहस्त्रनाम, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और गणेश जी की पूजा करना विशेष फलदायी बताया गया है। पूजा में गणेश जी को दूर्वा चढ़ाना अति लाभप्रद होगा।

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